26-Jan-2019
पूर्ण स्वतंत्रता का संकल्प भी इसी दिन 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस इसलिए चुना गया, क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ब्रिटिश सत्ता से पूर्ण स्वराज्य यानी पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करने का संकल्प लिया था। आज़ादी के पहले इसे ही स्वतंत्रता दिवस अथवा पूर्ण स्वराज्य दिवस के रूप में मनाया जाता था। भारत 26 जनवरी 1950 को 10:18 बजे गणराज्य बना और करीब छह मिनट बाद डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में गणराज्य के पहले राष्ट्रपति की शपथ ग्रहण की। 24 जनवरी 1950 को बना राष्ट्रगान भारतीय संविधान 2 साल 11 माह और 18 दिन में लिखा गया। डॉ. भीमराव आम्बेडकर ने ड्राफ्टिंग कमेटी का नेतृत्व किया। यह दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है, जिसमें 444 अनुच्छेद 22 भागों व 12 अनुसूचियों में बांटा गया था। इसमें 'स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व' की अवधारणा फ्रांसीसी संविधान से प्रेरित है जबकि पंचवर्षीय योजना की प्रेरणा सोवियत संघ के संविधान से ली गई। 'जन गण मन' को संविधान सभा ने 24 जनवरी 1950 को राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया। एक खास गीत गणतंत्र दिवस परेड में बजाई जाने वाली धुन में एक ईसाई गीत की धुन भी है। 'अबाइड विद मी' नामक यह गीत महात्मा गांधी के प्रिय गीतों में से एक माना जाता है। इसमें न सिर्फ भारतीय गणराज्य में गांधीजी की भूमिका व्यक्त हुई है बल्कि गणराज्य का वास्तविक अर्थ भी बताया गया है। गणतंत्र दिवस की पहली परेड मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में हुई थी, जिसे 15 हजार से अधिक दर्शकों ने देखा था। तीन दिवसीय समारोह बीटिंग द रीट्रिट की पेरड के साथ संपन्न होता है। वही राजपथ के अलावा गणतंत्र दिवस पर अलग-अलग संस्थानों में भी कार्यक्रम आयोजित होते हैं जिनमें देशभक्ति से जुड़े गीतों Patriotic Songs पर परफॉर्म किया जाता है।