वर्तमान समय में देश के सामने भ्रष्टाचार एक बड़ी चुनौती है और इससे निपटने के लिए युवा पीढ़ी को संगठित होना पड़ेगा।
भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा गठित कर युवाओं, बुध्दिजीवियों, समाजसेवियों और प्रबुध्द नागरिकों के लिए एक प्लेटफार्म तैयार कर दिया है।
स्वतंत्र भारत की समस्याएं
राष्ट्रप्रेम के जज्बे का गिरता हुआ स्तर .
दम तोडती मातृभाषा,घुटती हुयी राष्ट्रभाषा ,पोषण पा रही अंग्रेजी भाषा .
चरित्र निर्माण विहीन शिक्षा पद्धति,जो सफल नागरिक देने में पूर्ण रूप से असफल हो रही है ।
देश में नागरिक भारतीय की जगह हिन्दू,मुस्लिम, इसाई आदि से जाने जाते हैं यानि फुट डालोऔर राज करो .
आर्थिक असमानता -97% पूंजी 3% जनता के हाथ में यानी गलत और असफल आर्थिक नीतियाँ .
गुलामी की मानसिकता में जीने वाली जनता
अपरिपक्व न्याय व्यवस्था .8.संविधान सुधार में ढिलाई
दोषपूर्ण सार्वजनिक वितरण प्रणाली
पदलोलुप,भ्रष्ट और चरित्रहीन होता शासक वर्ग
नारे ज्यादा ,काम कम
बेलगाम चुनावी खर्च
राष्ट्र के धन का भरपूर दुरूपयोग और लूट .
बुनियादी जरुरत की जगह लोकलुभावन अपव्यय बढ़ाने वाली योजनाओं पर बेशुमार खर्च15.साख खोती पत्रकारिता